हरिद्वार/ तुषार गुप्ता

24 अगस्त को हरिद्वार के कनखल थाने क्षेत्र में हुई चोरी का खुलासा अबतक हरिद्वार पुलिस नहीं कर पाई है । दरअसल हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र के अंतर्गत कैलाश अपार्टमेंट हिमगिरी कॉलोनी में 24 अगस्त की देर रात्रि घर में काम कर रहा नौकर घर से स्कूटी , कुछ पैसे और घर का सम्मान लेकर फरार हो गया । जिसकी सूचना पीड़ित परिवार द्वारा करीब एक घंटे बाद कनखल थाने में दी गई । जिसके करीब एक हफ्ते बाद पुलिस को कई बार प्राथना करने के बाद पुलिस द्वारा एफआईआर लिखी गई। घटना के 3 हफ्ते बीतने के बाद भी पुलिस पीड़ितों को टालती हुई आ रही है और कारवाई के नाम पर बस आश्वासन दिए जा रहे है । चोर का नाम, पता, फोन नंबर और तस्वीर होने के बाद भी पुलिस सिर्फ पीड़ितों को थाने के चक्कर खिलाने का कार्य कर रही है । पीड़ितों का आरोप है की उनको पुलिस द्वारा गुमराह किया जा रहा है।
दरअसल उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में अपराधियों का दबदबा देखने को मिल रहा है । पहाड़ों में चोर राजस्व पुलिस की सुस्ती से मस्त है , वही मैदान में पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम और इंटेलिजेंस से । डकैती, लूट , चोरी और महिला अपराधों अब उत्तराखंड में आम हो गए है । ऐसी घटनाओं में टोकरा बाहरी राज्यों के लोगो पर फोड़ दिया जाता है । आप अपराध नहीं रोक सकते , लेकिन तत्परता तो देखा ही सकते है । तत्परता का ताजा मामला हरिद्वार की मशूर डकैती का है । जिसका खुलासा कुछ ही दिन पहले हुआ है ।लेकिन माल की रिकवरी नहीं हो पाई। ऐसा ही मामला देहरादून के रिलेंस शोरूम का है । हरिद्वार पुलिस के इंटेलिजेंस का आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि हरिद्वार पुलिस डकैती के मुजरिमों को अन्य राज्यों में ढूंढ रही थी लेकिन डकैत हरिद्वार में ही मिले। पुलिस का आश्वासन तो है , लेकिन क्या जनता और पीड़ितों की आस्था बरकार रहे पाएगी।