हरिद्वार का खानपुर बना अखाड़ा, उमेश कुमार – प्रणव सिंह चैंपियन आमने सामने

हरिद्वार

हरिद्वार का खानपुर क्षेत्र इन दोनों दो दिग्गजों के बीच का अखाड़ा बना हुआ है। तस्वीरें किसी एक्शन मूवी से कम नहीं । रण पर एक तरफ है खानपुर पूर्व विधायक एवं राजा प्रणव सिंह चैंपियन और दूसरी तरफ उतरे है मौजूदा विधायक एवं पत्रकार उमेश कुमार । मामला शनिवार को सोशल मीडिया में विभिन्न पोस्टों से शुरू हुआ।

इस तरह के कई आपत्तिजनक पोस्ट करके प्रणव सिंह चैंपियन ने खुली चुनौती उमेश कुमार को दी । जिसके बाद शनिवार को अपशब्द कहने को लेकर दोनों में विवाद हो गया था। इस मामले में देर रात उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ चैंपियन के कैंप कार्यालय और लंढौरा महल के बाहर पहुंचे थे और जमकर हंगामा किया था।

https://www.facebook.com/share/v/1BPoxHBGzE/

ऊपर दिए लिंक से आप उमेश कुमार की शनिवार देर रात की गतिविधियों को देख सकते है। रविवार को चैंपियन और उनके समर्थक बड़ी संख्या में उमेश कुमार के कार्यालय पर पहुंचे और जमकर तोड़फोड़ करते हुए समर्थकों से मारपीट कर दी। आरोप है कि इस दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग भी की गई है। कुछ देर बाद विधायक उमेश कुमार भी वहां पहुंच गए। बताया जा रहा है कि वह भी बंदूक लेकर भागे और हंगामा कर दिया। जिसके बाद समर्थकों ने उन्हें संभाला। सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घटना की जानकारी ली। वहीं, देर शाम देहरादून में नेहरू कालोनी थाना पुलिस ने पूर्व विधायक कुंवर प्रवण सिंह चैंपियन को मामले में हिरासत में ले लिया। हरिद्वार पुलिस की ओर से पूर्व विधायक चैंपियन और वर्तमान विधायक खानपुर उमेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा उनके समर्थकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।

विधायक उमेश कुमार के प्रतिनिधि की तरफ से पूर्व विधायक चैंपियन के खिलाफ तहरीर गई है सिविल लाइंस कोतवाली में। उधर से पूर्व विधायक चैंपियन के समर्थक की तरफ से भी तहरीर दी गई है।

दोनों ही पक्षों की गुंडागर्दी के कारण प्रदेश के गुंडा राज की पोल खोल दी है । पिस्तौल और राइफल लेकर घूमते हुए दोनों महानुभाव किसी मूवी के विलन जैसे लग रहे है । वही दिल्ली से लेकर उत्तराखंड में राज नेताओं की टेंशन बड़ गई है । अब देखना होगा क्या कठोर कारवाई दोनों पक्षों पर देखने को मिलती है । या सरकार और प्रशासन समझौता कराके पूरे मामले को कोर्ट में चलाने का हवाला देकर पूरा मामला ठंडे बस्ते पर डाल देते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *