देहरादून

मंगलवार को आबकारी निरीक्षक ऋषिकेश ने अवैध शराब के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की गई ।जिसमें आबकारी टीम ऋषिकेश को बड़ी सफलता मिली। टीम द्वारा तीनपानी फ्लाईओवर के नीचे दो वाहन जिसमें जायलो कार में 15 पेटी अंग्रेजी शराब फॉर सेल इन चंडीगढ़ ओनली, एवं सेंट्रो कार से 10 पेटी अंग्रेजी शराब रॉयल स्टैग इंपिरियल ब्लू जब्त की गई है, मौके से दो अभियुक्त सुनील सिंह पुत्र चंदन सिंह निवासी ऋषिकेश एवं राहुल डोभाल पुत्र सुंदरलाल निवासी देहरादून को धारा 63/72 आबकारी अधिनियम की धारा के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया है ।बरामद की गई शराब एवं वाहन को कब्जे में लेकर दोनों अभियुक्त को माननीय न्यायालय में पेश किया जाएगा। शराब की तस्करी करने के लिए वाहनों में विशेष प्रकार के केबिन बनाए गए थे, जिन्हें स्कीम कहा जाता है, इसमें छुपा कर दरवाजा एवं सीट के नीचे शराब लाई जा रही थी। प्रारंभिक जांच पूछताछ में अभी उनके द्वारा बताया गया है कि यह शराब पहाड़ों में सप्लाई करने के लिए चंडीगढ़ राज्य से सस्ती दरों पर लाकर उत्तराखंड में महंगी दरों पर बेची जा रही थी, टीम में आबकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट, उप आबकारी निरीक्षक पान सिंह राणा, आशीष प्रकाश, हेड कांस्टेबल, अर्जुन सिंह, अंकित, उपस्थित रहे। आबकारी मुख्यालय देहरादून में अवैध शराब के विरूद्ध कार्यवाहियों की समीक्षा हेतु बैठक बुलाई गई जिसमें अपर आयुक्त, ई०आई०बी०, संयुक्त आबकारी आयुक्त, गढ़वाल व कुमायूँ मण्डल के अधिकारी व मुख्यालय के अधिकारीगण मौजूद रहे। प्रदेश आबकारी राजस्व लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये अवैध शराब के विरूद्ध लगातार प्रभावी कार्यवाही के लिये गढ़वाल मण्डल व कुमायूँ मण्डल के प्रवर्तन दलों के सहायक आबकारी आयुक्त, एवं आबकारी निरीक्षक को विशेष कार्यवाहियों हेतु निर्देश दिये गए। जनपदीय प्रवर्तन नैनीताल, ऊधमसिंहनगर, को अवैध शराब के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही को गति देने के लिये स्पष्ट चेतावनी जारी की गयी कि यदि प्रवर्तन कार्यवाहियों में कोई शिथिलता बरती गयी तो सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
ऋषिकेश टीम द्वारा पकड़ी गयी शराब को आबकारी आयुक्त महोदया अनुराधा पाल ने की गयी कार्यवाही का मौके पर जा कर जायजा लिया और टीम को अपनी मुखबरी तन्त्र को मजबूत कर आगे भी तस्करी के विरूद्व प्रभावी कार्यवाही हेतु प्रोत्साहित किया तथा पकड़ी गई शराब एवं स्कीम वाली गाड़ी के विशेष प्रकार के बनाए गए केबिन का निरीक्षण किया ।
